भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी।
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घोसी उपचुनाव में मिली हार की वजहों पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने मंथन किया। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में हार के कारणों पर गहनता से विचार-विमर्श किया गया। बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह भी मौजूद थे।
बैठक में बूथवार परिणाम के आधार पर घोसी के जातीय समीकरण पर भी बात हुई। किस जाति का कितना वोट मिला और किस जाति का वोट अपने पक्ष में नहीं किया जा सका, इस पर भी मंथन हुआ। साथ ही हार से बिगड़े माहौल को दुरुस्त करने पर सुझाव दिए गए।
बैठक में दारा सिंह चौहान के राजनीतिक भविष्य पर भी चर्चा हुई कि आगे उनका कहां बेहतर उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर से गांधी जयंती दो अक्तूबर तक चलने वाले सेवा पखवाड़े की तैयारी पर भी चर्चा हुई।
लगता है कि जनता की नाराजगी दूर नहीं कर पाए
वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने स्वीकार किया है कि चुनाव के दौरान पार्टी के प्रत्याशी दारा सिंह के खिलाफ लोगों की नाराजगी की जानकारी थी। उसे दूर करने का प्रयास भी किया गया। लेकिन, नतीजों से लगता है कि नाराजगी दूर नहीं कर पाए। उन्होंने कहा है कि उपचुनाव में हार के कारणों की पड़ताल के लिए जल्दी ही एक कमेटी बनाई जाएगी। कमेटी घोसी जाकर स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं से बात कर हार के कारणों की पड़ताल करेगी।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने घोसी उपचुनाव में हार के कारणों से जुड़े एक सवाल पर कहा कि पार्टी के प्रत्याशी दारा सिंह चौहान के खिलाफ कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में नाराजगी थी। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी पार्टी को थी और उसे हम लोगों ने दूर करने का हर संभव प्रयास भी किया। लेकिन, चुनाव नतीजों से लगता है कि उनकी नाराजगी दूर नहीं कर पाए।